8 मई 2024 । ज्योतिष्पीठ के शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द सरस्वती ने उत्तराखंड के जंगलों में लगी भयंकर वनाग्नि पर चिंता प्रकट की है। मीडिया को जारी बयान में उन्होंने सरकार और जनता का ध्यानाकर्षण करते हुए कहा है कि उत्तराखंड के जंगल बचेंगे तो पूरे भारत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा । शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानन्द ने कहा जंगलों को कटने से बचाने के लिए उत्तराखंड ने जिस तरह से विश्व में सम्मानित हुए चिपको आन्दोलन का सृजन किया। उसी तरह की सकारात्मकता इस समय जलते जंगलों को बचाने की है।
सनातनी प्रधान इस देश में लोग निरन्तर भगवान की सेवा और पूजा करते हैं। ऐसी स्थिति में शास्त्रों के अनुसार ये पेड़ पौधे भगवान विराटपुरुष साम्बसदाशिव के शरीर के रोवें हैं, इसलिए इनका संरक्षण किया जाना अनिवार्य है। कहा कि हिमालय के जंगल धरोहर है।