देहरादून । उत्तराखंड में पेयजल संकट के मद्देनजर सरकार अब हरकत में आ गई है। संकट के समाधान को शनिवार को आयोजित वर्चुअल बैठक में मुख्यमंत्री पुष्कर धामी ने सभी डीएम को वर्कशापों में वाहनों की धुलाई पानी से न कराने के निर्देश दिए हैं।
उत्तराखंड में गर्मियों के सीजन में अक्सर पेयजल संकट बढ़ जाता है, लेकिन इस बार गर्मियों की शुरुआत में ही अपेक्षाकृत कम बारिश व बर्फबारी की वजह से यह संकट और गहरा रहा है। इससे निपटने को सरकार ने सभी जिलाधिकारियों को निर्देश दिए हैं जहां- जहां भी वर्कशॉप हैं, उनमें वाहनों की घुलाई पानी के बजाय ड्राई वाश से किया जाए।
सचिव पेयजल अरविंद ह्यांकी ने मुख्यमंत्री को जानकारी दी कि राज्य में 317 गांव व शहरी क्षेत्रों में 148 मोहल्ले ऐसे चिन्हित किए गए हैंजहां पेयजल संकट खड़ा हैपेयजल संकट की सबसे ज्यादा शिकायतें देहरादूननैनीताल, पिथौरागढ़, डीडीहाट, कोटद्वार, चम्पावत से प्राप्त हो रही हैं
प्रशासन ने आम लोगों की सुविधा के लिए जारी किया टोल फ्री नम्बर
जिलाधिकारी सोनिका ने शनिवार को ऋषिपर्णा सभागार कलेक्ट्रेट देहरादून में पेयजल एवं लीकेज की समस्याओं को लेकर हुई बैठक में प्पानी बर्बादी रोकने के निर्देश दिए हैं। इस सम्बंध में प्रशासन ने आम लोगों की सुविधा के लिए टोल फ्री नम्बर 1001802525/18001804109 पर कॉल कर शिकायत दर्ज करा सकते हैं।