गोपेश्वर। चमोली में नमामि गंगे परियोजना के सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट में करंट दौड़ने से 16 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लोग घायल हो गए। मंगलवार की रात प्लांट ऑपरेटर की मौत के बाद परिजन ग्रामीण और पुलिसकर्मी बुधवार सुबह जब पंचनामा की कार्रवाई कर रहे थे इसी दौरान एसटीपी स्टेशन के बाहरी प्लेटफार्म पर खड़े लोग धू-धूकर जलने लगे। यह देख चारों तरफ चीख-पुकर और भगदड मच गई। मरने वालो में ग्राम प्रधान, एक दारोगा और होमगार्ड के जवान भी शामिल है।
चमोली शहर में अलकनंदा नदी किनारे नमामि गंगे परियोजना के तहत सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांट बना हुआ है। इसमें तैनात ऑपरेटर गणेश निवासी हरमनी गांव की बीती रात मौत हो गई थी। मौत की शुरूआती वजह करंट लगना बताया जा रहा था। बुधवार सुबह सूचना पर मृतक के परिजन ग्रामीण और जनप्रतिनिधि प्लांट में पहुंचे। पीपलकोटी चौकी इंचार्ज एसआई प्रदीप रावत, तीन होमगार्ड के साथ मृतक का पंचनामा भरने आए। इस दौरान प्लांट में बिजली नहीं थी।
घायलों के मुताबिक सुबह 11 बजे अचानक प्लांट में तेज धमाका हुआ और बाहरी प्लेटफार्म पर खड़े लोग जलने लगे। इन्हें देख बाकी लोग बाहर जाने के लिए लोहे की रैलिंग वाले रास्ते पर दौड़ने लगे पर उस पर करंट दौड़ गया। करंट लगते ही लोग एक-दूसरे पर गिरते ही अचेत होने लगे। मौके पर ही 15 लोगों की मौत हो गई, जबकि 11 लोग बुरी तरह झुलस गये। घायलों को स्थानीय लोगों की मदद से जिला अस्पताल भेजा गया। जहां से छः लोगों को एम्स ऋषिकेश रैफर कर दिया गया।