देहरादून। यूसर्क ने गुरूवार को बीएड के छात्र-छात्राओं के लिए विज्ञान प्रशिक्षण कार्यशाला का आयोजन किया। मियांवाला स्थित एक निजी कालेज में आयोजित इस कार्यशाला में यूसर्क के वैज्ञानिकों ने बताया कि किस तरीके से दिव्यांग बच्चों को विज्ञान के विभिन्न प्रयोगों को रूचिपूर्वक कराया जा सकता है। कार्यशाला में प्रशिक्षणार्थियों को ‘स्वयं करके सीखें’ के आधार पर विभिन्न वैज्ञानिक उपकरणों को किट के रूप में प्रदान कर प्रायोगिक प्रशिक्षण दिया गया।
कार्यशाला का शुभारम्भ मुख्य अतिथि, यूसर्क की निदेशक यूसर्क प्रो. (डा.) अनीता रावत ने किया। कार्याशाला को सम्बोधित करते हुए प्रो० अनीता रावत ने बताया कि यूसर्क की ओर से प्रदेश में स्तरीय विज्ञान शिक्षा के प्रसार हेतु कई कार्यक्रमों का संचालन किया जा रहा है। इसी क्रम में दिव्यांग छात्रों को समाज की मुख्यधारा में सम्मिलित करने एवं उन्हें प्रशिक्षण प्रदान करने हेतु भी विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है। यह कार्यशाला हमारे भविष्य के शिक्षकों को सामान्य बच्चों के साथ ही दिव्यांग बच्चों हेतु विज्ञान शिक्षण किस प्रकार किया जा सकता है, को सिखाने में सफल होगी।
यूसर्क वैज्ञानिक डॉ. ओम प्रकाश नौटियाल ने कहा कि प्रशिक्षु शिक्षक भावी अध्यापक है, जिनको समाज को बनाने, सुधारने एवं संवारने का सौभाग्यशाली कार्य नियत किया गया है, जिसे उन्हें बड़ी निष्ठा, ईमानदारी व समर्पण भाव से करना होगा। मन के सच्चे एवम पवित्र आत्मा वाले हमारे दिव्यांग बच्चों में हमें एक विशिष्ट प्रतिभा की पहचान कर उनमें वैज्ञानिक अभिवृत्ति का विकाश कर उनको विज्ञान एवम प्रौद्योगिकी की सहायता से स्वाबलंबी बनाने हेतु प्रयास करने होंगे।
कार्यशाला में स्मार्ट लैब के ईं. सौरभ एवं श्री राघव ने स्मार्ट लैब की आवश्यकता एवं महत्व से अवगत कराते हुए प्रशिक्षण प्रदान किया। कार्यशाला में प्रशिक्षणार्थियों को ‘चिल्ड्रन विद स्पेशल नीड’ अर्थात दिव्यांग छात्रों को वैज्ञानिक क्रिया-कलापो के माध्यम शिक्षण एवं विशेष पठ्न सामग्री का निर्माण तथा विशेष शिक्षा सम्बन्धी गतिविधियों पर प्रशिक्षण व हैंड्स ऑन ट्रेनिंग प्रदान की गई।
विज्ञान प्रशिक्षण कार्यशाला में विभिन्न महाविद्यालयों व स्पेशल स्कूल्स के 40 से अधिक बी.एड. के प्रशिक्षुओ, स्पेशल एजुकेटर व दिब्यांग छात्रों ने प्रतिभाग किया गया।
कार्यशाला में यूसर्क वैज्ञानिक डा. ओम प्रकाश नौटियाल, स्पेक्स संस्था के संस्थापक डा. बी. एम. शर्मा, डॉ0 आर0 के0 थपलियाल, डा. शिवानी कोटनाला, प्रिंसिपल, लर्निंग ट्री स्कूल, डॉ. देवयानी रावत, प्राचार्या डॉ. बिृजेश रानी, सपना शर्मा एवं कालेज के समस्त प्राध्यापक उपस्थित रहे।