देहरादून। मंगलवार को उत्तराखंड गौ सेवा आयोग के अध्यक्ष पंडित राजेंद्र अन्थवाल की अध्यक्षता में उत्तराखंड गौ सेवा आयोग की सामान्य कार्यकारिणी की बैठक आहूत की गई।
बैठक में सचिव पशुपालन डॉक्टर बी बी आर सी पुरुषोत्तम निदेशक पशुपालन डॉक्टर बी सी कर्नाटक, पशुपालन अधिकारियों की उपस्थिति में संपन्न हुई। निराश्रित, बेसहारा गोवंश को आश्रय उनके भरण पोषण एवं संरक्षण तथा विभिन्न बीमारियों से बचाव चिकित्सा व्यवस्था को सुनिश्चित किए जाने के संबंध में गाइडलाइन चरणबद्ध समय सारणी निर्धारित की गई जिसमें निराश्रित गोवंश को शरण दिलाने क्रूरता निवारण हेतु नियमों का शक्ति से अनुपालन करने तथा रात को अंधेरे में गोवंशों को जंगलों में छोड़े जाने पर शिकायत प्राप्त हुई जिनका आकलन कर अनुपालन हेतु सुनिश्चित किया गया। गौशाला में शरणागत गोवंश की स्थितियां, समस्या को अवगत कराने के लिए प्रत्येक माह की 30 तारीख निर्धारित की गई।
गौशालाओं में विभिन्न मदो में व्यय वित्तीय वर्ष के अंतर्गत आय धनराशि की स्थिति स्पष्ट की गई। खाली पड़ी भूमि को वन विभाग के सहयोग से चारा एवं पत्तीदार वृक्ष का रोपण पशुपालन विभाग के सहयोग से नर्सरियों की स्थापना के संबंध में चर्चा हुई। राज्य में गोवंश अपराध पर प्रभावी रोक लगाने हेतु गोवंश संरक्षण स्क्वाड की समीक्षा में जनपद और थाना स्तर पर कठोर कार्यवाही की जाए।
सड़कों पर छोड़े जाने वाले गोवंश के पशु स्वामी के विरूद्ध पुलिस विभाग द्वारा एवं पशुपालन विभाग द्वारा पहचान कर चालान के संबंध में चर्चा हुई। शहरी विकास विभाग शहरी क्षेत्र में, एवं पंचायती राज विभाग द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों में नए गौशालाओं एवं कांजी हाउसों की समीक्षा बैठक समय-समय पर ली जाए। आयोग के सदस्यों को भी अपने-अपने क्षेत्र के अंतर्गत गो वंश से संबंधित समस्याएं शिकायत जिलाधिकारी एवं आयोग के संज्ञान में लाई जाए।
कार्यकारिणी की बैठक में अपर पुलिस अधीक्षक,शहरी विकास निदेशक, कृषि विभाग,वित्त विभाग, एवं आयोग के सदस्य श्री रामेश्वर दास, शंकर दत्त पांडे, धर्मवीर गोसाई, सतीश उपाध्याय, राजेंद्र सिंह नेगी, अनिल सिंह नेगी, विजय बाजपेई एवं पशुपालन विभाग के संयुक्त निदेशक तथा डॉक्टर डी सी सेमवाल एवम अन्य उपस्थित थे।