नरेन्द्रनगर। ज्ञान को वैज्ञानिक विधि से लिखने और प्रस्तुत करने के लिए ‘साइंटिफिक पेपर राइटिंग’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला के लिए धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय का भौतिक विज्ञान विभाग पूर्ण रूप से तैयार है, इस विषय की जानकारी विभाग प्रभारी डॉ रश्मि उनियाल ने दी है।
उल्लेखनीय है कि आगामी 4 जनवरी को ‘उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद’ (यूकास्ट ) के सहयोग से राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर का भौतिक विज्ञान विभाग एक दिवसीय ‘साइंटिफिक पेपर राइटिंग’ कार्यशाला का आयोजित करने जा रहा है जिसमें विद्वानों द्वारा विद्यार्थियों एवं प्रतिभागियों को साइंटिफिक लेखन के विभिन्न चरणों पर साधारण रूप में समझाया जाएगा।
लेखन कार्यशाला के केंद्र बिंदु में -किसी विशेष विषय का परिचय, परिकल्पना जिसका परीक्षण होना है, विषय विशेष के लिए अध्ययन विधियों का विवरण, परिणाम तथा विषय के विशद् ज्ञान के लिए परिचर्चा एवं साइंटिफिक लेखन में संदर्भों की प्रासंगिकता पर विशेषज्ञों के विचार प्रमुख तौर पर केंद्रित रहेंगे।
कॉलेज के बहुउद्देशीय हाल में आयोजित इस कार्यशाला में यूकोस्ट के निदेशक प्रो दुर्गेश पंत, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखंड प्रो ए एस उनियाल, प्रसिद्ध पादप विज्ञानी प्रो जी एस रजवार, उभरते युवा वैज्ञानिक प्रो अजय सेमल्टी, प्रो जी के ढींगरा, प्रो पंकज पंत डॉ आशीष रतूड़ी एवं अरण्य रंजन सहित विभिन्न वैज्ञानिक संस्थानों ,विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से विशेषज्ञों के पहुंचने से कॉलेज में उत्साह का माहौल बना हुआ है।
कॉलेज प्राचार्य प्रोफेसर राजेश कुमार उभान ने बताया की शिक्षा जगत में इस प्रकार की गतिविधियां उच्च शिक्षा की उपादेयता को स्वयं सिद्ध करती है।
नरेन्द्रनगर। ज्ञान को वैज्ञानिक विधि से लिखने और प्रस्तुत करने के लिए ‘साइंटिफिक पेपर राइटिंग’ विषय पर एक दिवसीय कार्यशाला के लिए धर्मानंद उनियाल राजकीय महाविद्यालय का भौतिक विज्ञान विभाग पूर्ण रूप से तैयार है, इस विषय की जानकारी विभाग प्रभारी डॉ रश्मि उनियाल ने दी है।
उल्लेखनीय है कि आगामी 4 जनवरी को ‘उत्तराखंड राज्य विज्ञान और प्रौद्योगिकी परिषद’ (यूकास्ट ) के सहयोग से राजकीय महाविद्यालय नरेंद्र नगर का भौतिक विज्ञान विभाग एक दिवसीय ‘साइंटिफिक पेपर राइटिंग’ कार्यशाला का आयोजित करने जा रहा है जिसमें विद्वानों द्वारा विद्यार्थियों एवं प्रतिभागियों को साइंटिफिक लेखन के विभिन्न चरणों पर साधारण रूप में समझाया जाएगा।
लेखन कार्यशाला के केंद्र बिंदु में -किसी विशेष विषय का परिचय, परिकल्पना जिसका परीक्षण होना है, विषय विशेष के लिए अध्ययन विधियों का विवरण, परिणाम तथा विषय के विशद् ज्ञान के लिए परिचर्चा एवं साइंटिफिक लेखन में संदर्भों की प्रासंगिकता पर विशेषज्ञों के विचार प्रमुख तौर पर केंद्रित रहेंगे।
कॉलेज के बहुउद्देशीय हाल में आयोजित इस कार्यशाला में यूकोस्ट के निदेशक प्रो दुर्गेश पंत, संयुक्त निदेशक उच्च शिक्षा उत्तराखंड प्रो ए एस उनियाल, प्रसिद्ध पादप विज्ञानी प्रो जी एस रजवार, उभरते युवा वैज्ञानिक प्रो अजय सेमल्टी, प्रो जी के ढींगरा, प्रो पंकज पंत डॉ आशीष रतूड़ी एवं अरण्य रंजन सहित विभिन्न वैज्ञानिक संस्थानों ,विश्वविद्यालयों एवं महाविद्यालयों से विशेषज्ञों के पहुंचने से कॉलेज में उत्साह का माहौल बना हुआ है।
कॉलेज प्राचार्य प्रोफेसर राजेश कुमार उभान ने बताया की शिक्षा जगत में इस प्रकार की गतिविधियां उच्च शिक्षा की उपादेयता को स्वयं सिद्ध करती है।