देहरादून। राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से नि) ने मंगलवार को राजभवन, देहरादून से श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, टिहरी के ईआरपी पोर्टल का उद्घाटन किया। राज्यपाल ने प्रसन्नता व्यक्त की कि विश्वविद्यालय की आधिकारिक वेबसाइट को छात्र हित में ऑनलाइन कर दिया गया है, विश्वविद्यालय में वर्तमान समय में लगभग 1 लाख से अधिक छात्र-छात्राएं पंजीकृत हैं तथा 217 राजकीय/अशासकीय महाविद्यालय, निजी शिक्षण संस्थान सम्बद्ध एवं संचालित हैं। इन सभी संस्थानों को अब विश्वविद्यालय संबंधी सभी कार्यों हेतु ऑनलाइन ही समाधान मिलेगा।
राज्यपाल ने कहा कि वर्तमान युग तकनीक का युग है, संचार क्रांति के माध्यम से आज हम एक क्लिक के माध्यम से ही पूरी दुनिया से जुड़ सकते हैं, ऐसे में हमारे सभी विश्वविद्यालयों के छात्र-छात्राओं को भी इसका लाभ मिलना चाहिए। आज ईआरपी पोर्टल बनने से श्रीदेव सुमन विश्वविद्यालय में पंजीकृत/अध्ययनरत् छात्र-छात्राओं को अपने प्रमाण पत्रों को प्राप्त करने के लिए विश्वविद्यालय नहीं आना पडे़गा व आसानी से कहीं से भी ऑनलाईन उक्त प्रमाण पत्रों को प्राप्त कर सकेंगे। इसके माध्यम से छात्र-छात्राएं अपने बहुमूल्य समय को बचा सकेंगे। राज्यपाल ने कहा कि इस वेबसाइट का व्यापक रूप से प्रचार व प्रसार किया जाए, जिससे विश्वविद्यालय के वर्तमान अध्ययनरत एवं पूर्व छात्रों को इसकी जानकारी मिले और सभी छात्र इस वेबसाईट का लाभ ले सकें। उन्होंने इस पोर्टल को छात्र हित में निर्मित करने पर कुलपति प्रो0 जोशी को बधाई दी तथा उक्त प्रगति पर विश्वविद्यालय की प्रशंसा की।
कुलपति प्रो एन.के. जोशी ने बताया कि श्रीदेव सुमन उत्तराखण्ड विश्वविद्यालय, मुख्यालय में प्रतिदिन छात्र-छात्राएं दूर-दराज स्थानों से अपनी डिग्री, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, प्रोविजनल डिग्री आदि के लिए आते हैं, जिससे उन्हें काफी कठिनाईयों का सामना करना पड़ता है। छात्र-छात्राओं से वार्तालाप कर उनकी समस्याएं जानी जिसमें छात्र-छात्राओं द्वारा उक्त प्रमाण पत्रों को प्राप्त करने में आने वाली समस्याओं के समाधान हेतु इस पोर्टल का निर्माण कराया गया।
प्रो जोशी ने बताया कि ईआरपी पोर्टल के द्वारा अब विश्वविद्यालय में पंजीकृत छात्र-छात्राएं अपनी डिग्री, माइग्रेशन सर्टिफिकेट, प्रोविजनल डिग्री, ऑनलाइन कहीं से भी प्राप्त कर सकेंगे। छात्र- छात्राओं की समस्याओं एवं उनका निराकरण हेतु विश्वविद्यालय द्वारा शिकायत निवारण पोर्टल का निर्माण भी किया गया है, जिससे त्वरित गति से छात्र-छात्राएं अपनी समस्याओं का समाधान भी पा सकेंगे।