देहरादून। उत्तराखंड तकनीकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर ओंकार सिंह ने बुधवार को रूड़की क्षेत्र में विश्वविद्यालय से एफिलिएटिड फार्मेसी कालेज-आर.सी.पी., व इंजीनियरिंग कालेज- आई. टी. आर. और मैनेजमेंट संस्थान- आर. सी. एम. का अकैडमिक औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान जब कुलपति कक्षाओं में पहुंचे तो उन्हें फार्मेसी कालेज में प्रथम वर्ष व चतुर्थ वर्ष के छात्र कक्षा में नहीं पाए गए और कक्षाये खाली मिली। द्वितीय वर्ष की कक्षा मे भी कुल पंजीकृत 28 छात्रों की संख्या में से मात्र चार छात्र ही कक्षा में उपस्थित पाए गए।
कक्षाओं की व्यवस्था देख कुलपति ने तत्काल अकैडमिक प्रशासन को छात्रों के उपस्थिति रजिस्टर मांगे तो वह भी आज तक नहीं बने और न ही छात्रों की लैब कराईं जाती हैं जो कि अत्यंत ही गंभीर और चिंताजनक है। जबकि विश्वविद्यालय का अकैडमिक सत्र 16 अगस्त से शुरू हो चुका था।
कुलपति द्वारा अपने सामने ही उपस्थिति रजिस्टर तैयार करवाये। यही नहीं इन कालेजों द्वारा विश्वविद्यालय को भी उपस्थित का रिकॉर्ड नहीं भेजा गया। फार्मेसी कालेज जैसी स्थिति आई.टी.आर. इंजीनियरिंग कालेज और आर.सी.एम. मैनेजमेंट कालेज की भी निरीक्षण के दौरान सामने आई है।
तीनों कालेजों की स्थिति देख कुलपति बेहद नाराज हुए तथा उन्होंने कालेज प्रबंधन और कालेज अकैडमिक प्रशासन को सख्त हिदायत देते हुए कहा कि अकैडमिक व्यवस्था को ध्वस्त करने वाले वातावरण में तत्काल कालेज सुधार करें अन्यथा विश्वविद्यालय को संस्थानों के विरूद्ध कठोर कार्रवाई करने की प्रक्रिया अपनानी पड़ेगी। उन्होंने कहा कि छात्रों के भविष्य के साथ इस तरह का खिलवाड़ ना करें अन्यथा विश्वविद्यालय को मजबूरन किसी अन्य विकल्प पर विचार करने को मजबूर होना पड़ेगा।
कुलपति ने भविष्य के लिए चेतावनी देते हुए कहा कि तत्काल शैक्षणिक वातावरण को दुरुस्त करे और इस तरह की पुनरावृत्ति पाई जाती है तो छात्रों के हित में संस्थानों के खिलाफ विश्वविद्यालय द्वारा की जाने वाली कार्रवाई के लिए संस्थान स्वयं जिम्मेदार होंगे।