विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की ओर से नेशनल एलिजिबिलिटी टेस्ट (नेट) को लेकर नई गाइडलाइन जारी की गई है। इसके अनुसार अब नेट की परीक्षा का स्कोर तीन अलग-अलग कैटेगरी में जारी किए जाएंगे। तीसरी कैटेगरी सिर्फ पीएचडी नामांकन के लिए होगी। इसे ऑल इंडिया लेवल पर उच्च शिक्षण संस्थानों में पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट के विकल्प के रूप में इस्तेमाल किया जा सकेगा। इसे लेकर यूजीसी ने उच्च शिक्षण संस्थानों को निर्देश जारी किये हैं कि, पीएचडी एंट्रेंस टेस्ट की जगह नेट स्कोर का पीएचडी नामांकन में उपयोग किया जाए। नेट में तीनों कैटेगरी में अलग-अलग स्कोर कार्ड जारी किए जाएंगे। अगर कोई पहली कैटेगरी यानी जेआरएफ क्वालिफाई किया है तो वह तीनों कैटेगरी में उत्तीर्ण माना जायेगा। मतलब वह स्कॉलरशिप के साथ ही असिस्टेंट प्रोफेसर के लिए तो वैलिड है ही साथ साथ वह पीएचडी के लिए भी पात्र होगा। इसी प्रकार अगर कोई दूसरी कैटेगरी में उत्तीर्ण हुआ है तो वह असिस्टेंट प्रोफेसर के साथ पीएचडी नामांकन के लिए पात्र होगा। वहीं अब अलग से तीसरी कैटेगरी का रिजल्ट जारी किया जायेगा। तीसरी कैटेगरी सिर्फ पीएचडी नामांकन के लिए है। यह स्कोर कार्ड ऑल इंडिया लेवल पर किसी भी उच्च शिक्षण संस्थान में पीएचडी नामांकन के मान्य होगा। यह सिर्फ एक वर्ष के लिए वैलिड होगा।